हरि ओम प्रिय दर्शकोंयदि आपकी कर्क राशि या कर्क लग्न है, तो यह आर्टिकल बहुत ध्यान से पढ़ें।7 दिसंबर से मंगल की स्थिति में बड़ा परिवर्तन होने वाला है। मंगल अपनी स्वयं की राशि वृश्चिक से निकलकर देव गुरु बृहस्पति की मूल त्रिकोण राशि धनु में प्रवेश करने वाले हैं।मंगल का यह गोचर 7 दिसंबर से 15 जनवरी की रात्रि और 16 जनवरी सुबह 4:27 तक रहेगा। इसके बाद मंगल मकर में प्रवेश करेंगे। यह लगभग एक महीना आठ दिन का महत्वपूर्ण गोचर है।इस लेख में हम समझेंगेः
- 📜 ग्रह स्थिति और बनने वाले महत्वपूर्ण योग
- 🌠 मंगल का नक्षत्र अनुसार गोचर
- 🦀 कर्क राशि पर मंगल का प्रभाव
- ✅ कर्क राशि वालों के लिए शुभ परिणाम
- ⚠️ मंगल अस्त अवस्था – उपाय अनिवार्य
- 🔥 मंगल को बलवान करने के उपाय
- अपनी कुंडली या उससे संबंधित जानकारी के लिए Ci Jyotish से संपर्क करें
- >> WhatsApp No +91-7304070381
- हमारी सेवाओं में कुंडली विश्लेषण, जन्म कुंडली तैयार करना और परामर्श, रत्न, रुद्राक्ष, मुहूर्त की जानकारी, यंत्र, ऑनलाइन पूजा, और वास्तु, शामिल है
- मंगल के इस गोचर से क्या प्रभाव मिलेंगे
- कौन-कौन से योग बनेंगे
- नक्षत्र अनुसार प्रभाव
- कर्क राशि पर मंगल का फल
- और कौन से उपाय ज़रूरी हैं
- ताकि मंगल के फल पूरी तरह प्राप्त हों
📜 ग्रह स्थिति और बनने वाले महत्वपूर्ण योग
- सूर्य-मंगल युति सौर योग
- 15 दिसंबर से सूर्य धनु में प्रवेश करेंगे और मंगल के साथ युति बनाएंगे।
- इससे सौर योग बनेगा।
- शुक्र-मंगल युति कला योग
- 20 दिसंबर से शुक्र धनु में आएंगे जिससे कला योग का निर्माण होगा।
- बुध-शुक्र युति मैकेनिक योग
- 29 दिसंबर से बुध धनु में गोचर करेंगे- शुक्र + बुध से मैकेनिक योग बनेगा।
- त्रिग्रही और चतुरग्रही योग
- धनु राशि में एक समय पर सूर्य शुक्र मंगल बुध चारों ग्रह एक साथ रहेंगे।
- ऐसा चतुरग्रही योग बहुत कम देखने को मिलता है।
🌠 मंगल का नक्षत्र अनुसार गोचर
- 7 दिसंबर – 25 दिसंबर
- मूल नक्षत्र (केतु)
- केतु मंगलवत फल देने वाला माना जाता है।
- उतार-चढ़ाव के बीच सकारात्मक परिणाम भी देता है।
- 25 दिसंबर 11 जनवरी पूर्वाषाढ़ा (शुक्र)
- शुक्र के नक्षत्र में मंगल होने से कला, सृजन, आकर्षण, सौभाग्य जुड़े परिणाम।
- 11 जनवरी 16 जनवरी उत्तराषाढ़ा (सूर्य)
- सूर्य के नक्षत्र में गोचर से दृढ़ता, आत्मविश्वास, सम्मान के योग बढ़ते हैं।
🦀 कर्क राशि पर मंगल का प्रभाव
मंगल आपके कर्म भाव पंचम भाव के स्वामी हैं। धनु में मंगल का गोचर आपके षष्ठ भाव में रहेगा और दृष्टियों से लग्न, भाग्य, व्यय भाव को प्रभावित करेगा। यह गोचर आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ लाएगा।
✅ कर्क राशि वालों के लिए शुभ परिणाम
- रुके हुए कार्य बनने लगेंगे
- जो काम लंबे समय से बाधित थे, उनमें प्रगति होगी।
- भाग्य साथ देगा
- सही समय पर सही निर्णय लेने की शक्ति मिलेगी।
- भक्ति और धार्मिक यात्रा
- आपका मन भक्ति में लगेगा और धार्मिक यात्राओं योग बनेंगे।
- कोर्ट-कचहरी में विजय
- कानूनी मावलों में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे।
- विदेश संबंधित कार्यों में लाभ
- विदेश यात्रा, विदेश से जुड़े कार्य, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट में लाभ।
- मान-सम्मान की वृद्धि
- सम्मान, नाम, समाज में प्रतिष्ठा बढ़ने लगेगी।
- नौकरी-करियर में प्रगति
- कार्यक्षेत्र में उन्नति और अवसर।
- निवेश में लाभ (सावधानी आवश्यक)
- प्रॉपर्टी, शेयर मार्केट आदि में लाभ की संभावनाएं, परंतु सलाह लेकर ही निर्णय लें।
- विद्यार्थियों के लिए लाभकारी
- पढ़ाई में एकाग्रता और सफलता के योग।
- कर्ज चुकाने का अवसर
- मंगल आपको कर्ज चुकाने का अवसर देंगे।
- परंतु नया कर्ज न लें और न दें।
- शत्रुओं पर विजय
- जो लोग समस्या दे रहे थे-अब उन्हें ही समस्या अनुभव होगी।
⚠️ मंगल अस्त अवस्था – उपाय अनिवार्य
इस समय मंगल अस्त हैं।यही कारण है कि मंगल के मजबूत होने पर ही पूर्ण फल मिलेंगे
🔥 मंगल को बलवान करने के उपाय
- हनुमान जी की आराधना
- हनुमान चालीसा
- सुंदरकांड
- सिंदूर चढ़ाना (चोला)
- हनुमान जी की पूजा-सेवा
- हनुमान यंत्र / मंगल यंत्र विधानपूर्वक घर में स्थापित कर सकते हैं।
- मंगल मंत्र जप ओम भोमाय नमः
- लाल मूंगा की माला से जप अत्यंत शुभ।
- मूंगा रत्न(ज्योतिषी की सलाह लेकर ही)
- रुद्राक्ष 3 मुखी 11 मुखी या उनकी माला
- भाई के आशीर्वाद बड़े भाई का आशीर्वाद,
- छोटे भाइयों से प्रेम-मंगल को बलवान बनाता है।
- हमेशा किसी भी व्यक्तिगत निर्णय से पहले अपनी पर्सनल कुंडली के आधार पर ही निर्णय लें। सिर्फ गोचर पर नहीं।https://cijyotish.com/2025-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%96%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b8-%e0%a4%95%e0%a4%ac-%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%82%e0%a4%ad-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a4%be/
🙏 कमेंट में जय बजरंगबली जय श्री राम अवश्य लिखें और स्मरण करें। 💬
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