हरि ओम प्रिय दर्शकों, यदि आपकी मेष राशि है या मेष लग्न, तो यह समय आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। इस लेख में हम समझेंगे:
- 🔥 1. मंगल का गोचर कब और कहाँ?
- 🔥 2. कौन-कौन से भाव प्रभावित होंगे?
- 🔥 3. मंगल के साथ बनने वाले महत्वपूर्ण योग
- 🌠 4. नक्षत्र अनुसार मंगल के प्रभाव
- 🔥 5. मंगल की अस्त अवस्था – उपाय क्यों जरूरी?
- 🔥 6. मंगल का गोचर आपके जीवन में क्या परिवर्तन लाएगा?
- 🧘 7. मंगल को बलवान करने के उपाय (जैसा आपने ही बताया है)
- 📌 8. महत्वपूर्ण चेतावनी
- 📜 9. निष्कर्ष
- अपनी कुंडली या उससे संबंधित जानकारी के लिए Ci Jyotish से संपर्क करें
- >> WhatsApp No +91-7304070381
- हमारी सेवाओं में कुंडली विश्लेषण, जन्म कुंडली तैयार करना और परामर्श, रत्न, रुद्राक्ष, मुहूर्त की जानकारी, यंत्र, ऑनलाइन पूजा, और वास्तु, शामिल है
- मंगल की वर्तमान स्थिति
- किन-किन ग्रहों के साथ युति बनेगी
- कौन से राजयोग बनेंगे
- नक्षत्र अनुसार मंगल के प्रभाव
- आपके जीवन में आने वाले लाभ
- और अंत में मंगल को बलवान करने के आवश्यक उपाय
लेख को पूरा पढ़िए ताकि आपको पूरी जानकारी स्पष्ट रूप से मिल सके।
🔥 1. मंगल का गोचर कब और कहाँ?
मंगल 7 दिसंबर को रात्रि 8:15 बजे धनु राशि में प्रवेश करेंगे और 15 जनवरी की रात्रि एवं 16 जनवरी की सुबह 28:27 पर यह मकर राशि में चले जाएंगे।
यानी लगभग 1 महीना 8 दिन मंगल धनु राशि में गोचर करेंगे। मेष वालों के लिए मंगल लग्नेश होने के कारण, इनका परिवर्तन आपकी जीवन-दिशा में बड़ा बदलाव ला सकता है।
🔥 2. कौन-कौन से भाव प्रभावित होंगे?
धनु राशि में गोचर करते हुए मंगल मुख्य रूप से इन भावों को प्रभावित करेंगे:
- भाग्य भाव
- व्यय भाव
- तृतीय भाव
- सुख भाव
इनके कारण जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।
🔥 3. मंगल के साथ बनने वाले महत्वपूर्ण योग
- 🌟 सूर्य + मंगल = शौर्य राजयोग
- सूर्य 15 दिसंबर को धनु में आएंगे
- 14 जनवरी तक युति रहेगी
- यह योग साहस, ऊर्जा और सफलता बढ़ाएगा
- 🌟 शुक्र + मंगल युति
- 20 दिसंबर से शुक्र मंगल के साथ रहेंगे
- यह युति जनवरी तक चलेगी
- कला योग का निर्माण होगा
- 🌟 बुध + मंगल युति
- 29 दिसंबर से बुध भी जुड़ेंगे
- इसके बाद त्रिग्रही और फिर चतुर्ग्रही योग बनेगा
बुध के साथ मंगल की युति शुभ नहीं मानी जाती, इसलिए मिश्रित परिणाम संभव हैं।
🌠 4. नक्षत्र अनुसार मंगल के प्रभाव
- ⚡ 7 दिसंबर – 25 दिसंबरः मूल नक्षत्र (केतु)
- यह स्थिति बहुत शुभ नहीं मानी जाती
- मानसिक अस्थिरता या प्रयासों में देरी संभव
- ⚡ 25 दिसंबर – 11 जनवरीः पूर्वाषाढ़ा (शुक्र)
- यह समय अत्यंत लाभकारी
- शुक्र का नक्षत्र + शुक्र की युति = सौभाग्य में वृद्धि
- 11 जनवरी – 15 जनवरीः उत्तराषाढ़ा (सूर्य)सूर्य का नक्षत्र, सूर्य की युतिसमय अत्यंत शुभ, उन्नति और सम्मान मिलने का योग
🔥 5. मंगल की अस्त अवस्था – उपाय क्यों जरूरी?
मंगल 5 नवंबर से अस्त अवस्था में हैं और पूरे गोचर काल में अस्त ही रहेंगे।अस्त मंगल अपने पूर्ण फल नहीं दे पाते, इसलिएः
⚡ उपाय करना अत्यंत आवश्यक है
⚡ अन्यथा बनने वाले राजयोगों के परिणाम कम भी हो सकते हैं
🔥 6. मंगल का गोचर आपके जीवन में क्या परिवर्तन लाएगा?
- भाग्य में वृद्धि
- रुके कार्यों का पूरा होना
- ऊर्जा, साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि
- धार्मिकता और पूजा-पाठ में रुचि
- लंबी दूरी या विदेश यात्रा के योग
- खर्चों में सुधार
- भाई-बहनों के साथ संबंधों में सुधार
- सोशल मीडिया, कंटेंट या डिजिटल कार्यों में सफलता
- भूमि-भवन संबंधी लाभ
- वाहन, घर या प्रॉपर्टी लेने का योग
- दलाली, ब्रोकर, रियल एस्टेट, पब्लिक डीलिंग के कामों में लाभ
🧘 7. मंगल को बलवान करने के उपाय (जैसा आपने ही बताया है)
मंगल को प्रसन्न करने के श्रेष्ठ उपायः
- 🌺 हनुमान जी की आराधना
- हनुमान चालीसा पाठ
- चोला चढ़ाना सिंदूर चढ़ाना
- हनुमान यंत्र की स्थापना
- 🌺 मंगल यंत्र की स्थापना
- लाल मूंगा धारण करना
- मूंगा की माला से मंगल मंत्र जाप
- “ॐ भौमाय नमः” का जप
- रुद्राक्ष धारण करें 3 मुखी या 11 मुखी इनकी माला भी धारण की जा सकती है
- 🌺 भाई-बहनों का सम्मान
- मंगल तुरंत प्रसन्न होते हैं
- उपाय करने से पहले अपनी पर्सनल कुंडली अवश्य देखें।
📌 8. महत्वपूर्ण चेतावनी
कुंडली में मंगल पीड़ित होने पर परिणाम उलटे भी हो सकते हैंइसलिए धारण करने वाली वस्तुएं (यंत्र, रुद्राक्ष, मूंगा) सही, असली और प्रमाणित होंलिंक या स्रोत का ध्यान रखें (जैसा आपने कहा – वीडियो डिस्क्रिप्शन में लिंक दे सकते हैं)
📜 9. निष्कर्ष
मेष राशि या मेष लग्न वालों के लिए मंगल का यह गोचर अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कई राजयोग बन रहे हैं, फल अत्यंत शुभ हैं, लेकिन मंगल के अस्त होने के कारण उपाय अनिवार्य हैं।
हनुमान जी की कृपा और मंगल की शक्ति से यह समय आपके लिए जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकता है।
👉 हनुमान जी का स्मरण अवश्य करें
💬 कमेंट में लिखें – जय श्री राम | जय बजरंगबली
👉 अपने व्यक्तिगत कुंडली विश्लेषण के बाद ही अंतिम निर्णय लें
अपनी कुंडली या उससे संबंधित जानकारी के लिए Ci Jyotish से संपर्क करें
>> WhatsApp No +91-7304070381
हमारी सेवाओं में कुंडली विश्लेषण, जन्म कुंडली तैयार करना और परामर्श, रत्न, रुद्राक्ष, मुहूर्त की जानकारी, यंत्र, ऑनलाइन पूजा, और वास्तु, शामिल है
DISCLAIMER
इस वेबसाइट पर प्रस्तुत सभी जानकारी का उद्देश्य केवल सूचना और मनोरंजन प्रदान करना है।हमारी सामग्री का कुछ हिस्सा सत्य घटनाओं पर आधारित हो सकता है, जबकि कुछ भाग काल्पनिक हो सकता है।हमारा मकसद किसी भी जाति, धर्म, समुदाय, परंपरा या मान्यता को ठेस पहुंचाना नहीं है। वेबसाइट पर साझा किए गए विचार और अनुभव संबंधित व्यक्तियों के निजी विचार हैं।हम इन घटनाओं की पुष्टि नहीं करते और न ही किसी प्रकार के अंधविश्वास या सामाजिक प्रथाओं को बढ़ावा देते हैं। हमारा उद्देश्य केवल ज्योतिष, सनातन धर्म और अन्य धार्मिक विषयों की जानकारी प्रदान करना है, न कि किसी विशेष मान्यता को थोपना वेबसाइट निर्माता बलराम पाण्डेय और टीमइस सामग्री के लिए किसी भी प्रकार की कानूनी, वितीय, या व्यक्तिगत दायित्व की जिम्मेदारी नहीं लेते। हम किसी भी प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष, आकस्मिक, विशेष, या परिणामी क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।हम प्रकृति, प्रत्येक व्यक्ति और जीव-जंतुओं का पूर्ण सम्मान करते हैं और किसी भी प्रकार की हानि पहुंचाने के सख्त खिलाफ हैं। इस वेबसाइट की सामग्री को मानना या न मानना पूरी तरह से आपकी व्यक्तिगत इच्छा पर निर्भर करता है।किसी भी प्रकार के दान, चंदा या आर्थिक लेन-देन के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे। यदि किसी भी प्रकार का ऑनलाइन थोखाधड़ी (फॉड) होता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी आपकी स्वयं की होगी। हमारे वेबसाइट पर मौजूद किसी भी वीडियो या सामग्री की नकल या पुनः उपयोग कॉपीराइट कानूनों के अंतर्गत आता है। ऐसा करने पर आपके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। जागरूक रहें, सतर्क रहें।