रक्षाबंधन 2025: भाई-बहन के प्रेम का पावन पर्व
हरि ओम प्रिय पाठकों !रक्षाबंधन भारत का एक अत्यंत पवित्र और पारिवारिक प्रेम से भरा हुआ त्योहार है, जो भाई और बहन के अटूट रिश्ते को और अधिक मजबूत करता है। यह पर्व हर वर्ष * श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का पर्व नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक परंपरा भी है जो सदियों से चली आ रही है।
- रक्षाबंधन 2025: भाई-बहन के प्रेम का पावन पर्व
- 2025 में रक्षाबंधन कब है?
- क्या 2025 में रक्षाबंधन पर भद्रा काल है?
- रक्षाबंधन 2025 का शुभ मुहूर्त
- 🛑 महत्वपूर्ण: * दोपहर 1:24 बजे के बाद पूर्णिमासमाप्त हो जाएगी और प्रतिपदा तिथि प्रारंभ हो जाएगी, इसलिए *1:24 बजे से पहले ही राखी बांध लें।
- 🛕रक्षाबंधन पूजा की विधि
- पूजा सामग्रीः
- पूजा विधि :
- आप देश-काल अनुसार समय में परिवर्तन कर सकते हैं ?
- 2025 में रक्षाबंधन क्यों है विशेष ?
- निष्कर्ष :
- अपनी कुंडली या उससे संबंधित जानकारी के लिए Ci Jyotish से संपर्क करें
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- हमारी सेवाओं में कुंडली विश्लेषण, जन्म कुंडली तैयार करना और परामर्श, रत्न, रुद्राक्ष, मुहूर्त की जानकारी, यंत्र, ऑनलाइन पूजा, और वास्तु, शामिल है

2025 में रक्षाबंधन कब है?
रक्षाबंधन 2025 में* श्रावण पूर्णिमा तिथि का आरंभ*8 अगस्त 2025 को दोपहर 2:11 मिनट से होगा और यह तिथि *9 अगस्त 2025 को दोपहर 1:24 मिनट तक रहेगी
हालांकि, *उदयातिथि के अनुसार रक्षाबंधन *9 अगस्त 2025, शनिवार को ही मनाया जाएगा
क्या 2025 में रक्षाबंधन पर भद्रा काल है?
भद्रा काल में राखी बांधना वर्जित माना जाता है, लेकिन राहत की बात यह है कि *2025 में भद्रा काल रात्रि में समाप्त हो जाएगा और उसका वास * पाताल लोक में* रहेगा। इसलिए इसका कोई भी अशुभ प्रभाव पृथ्वी लोक पर नहीं पड़ेगा।
रक्षाबंधन 2025 का शुभ मुहूर्त
रक्षाबंधन पर राखी बांधने का सबसे उत्तम समय होता है शुभ मुहूर्त में। 2025 में राखी बांधने का * शुभ समय सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा।
🛑 महत्वपूर्ण: * दोपहर 1:24 बजे के बाद पूर्णिमासमाप्त हो जाएगी और प्रतिपदा तिथि प्रारंभ हो जाएगी, इसलिए *1:24 बजे से पहले ही राखी बांध लें।
🛕रक्षाबंधन पूजा की विधि
रक्षाबंधन की पूजा विधि सरल और श्रद्धा से भरी होती है। आप इस दिन निम्नलिखित सामग्री और विधि से पूजा कर सकते हैं:
पूजा सामग्रीः
- रोली
- अक्षत (चावल)
- राखी
- दीपक
- मिठाई
पूजा विधि :
1. सबसे पहले पूजा की थाली सजाएं जिसमें रोली, चावल, राखी, दीपक और मिठाई रखें।
2. भाई को तिलक करें।
3. तिलक के बाद अक्षत लगाएं और आरती करें।
4. फिर भाई की कलाई पर राखी बांधें।
5. मिठाई खिलाएं और भाई से जीवन भर रक्षा का वचन लें।
6. भाई बहन को गिफ्ट या धनादि भेंट करता है।
आप देश-काल अनुसार समय में परिवर्तन कर सकते हैं ?
यदि आप किसी अन्य देश या समय क्षेत्र में रहते हैं, तो **स्थानीय पंचांग और सूर्योदय के अनुसार** समय में थोड़ा बदलाव संभव हो सकता है। ऐसे में आप अपने नजदीकी पंडित या ज्योतिषाचार्य से सलाह जरूर लें।
2025 में रक्षाबंधन क्यों है विशेष ?
इस वर्ष **भद्रा का कोई प्रभाव नहीं रहेगा**, जिससे बिना विघ्न के पर्व मना सकेंगे।* कई **शुभ योग और श्रवण नक्षत्र ** भी 9 अगस्त को बन रहे हैं, जो रक्षाबंधन को और अधिक पावन बनाते हैं।* पूर्णिमा तिथि **उदय काल** में है, जो इसे शास्त्रों के अनुसार पूर्णतः योग्य बनाता है
निष्कर्ष :
रक्षाबंधन 2025 में 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा।**इस दिन **सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 बजे तक** का समय राखी बांधने के लिए सबसे शुभ है। भद्रा काल का कोई असर नहीं रहेगा और राहुकाल को छोड़कर कभी भी राखी बांध सकते हैं।
इस पावन अवसर पर सभी भाइयों और बहनों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं!* आपका यह रक्षाबंधन प्रेम, विश्वास और सौहार्द से भरा हो।
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