उपयोग का समय: किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में, परीक्षा, इंटरव्यू, यात्रा या नए काम के पहले इस मंत्र का जप अत्यंत शुभ माना जाता है।
मंत्र:ॐ गं गणपतये नमः
अर्थ:
“मैं गणपति को नमस्कार करता हूँ।”
इस बीज मंत्र में ‘गं’ गणेश जी का बीजाक्षर है। इसका जाप साधक के सभी विघ्नों को हरता है और कार्यों में सफलता प्रदान करता है। यह बुद्धि, स्मरणशक्ति और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला मंत्र है।
1.ॐ गं गणपतये नमः
अर्थ: हे गणपति! आपको नमस्कार है। यह हर कार्य के पहले सफलता के लिए बोला जाता है।
2.वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
अर्थ: वक्रतुण्ड, विशालकाय, सूर्य के समान तेजस्वी गणेश जी, मेरे सभी कार्यों को विघ्नरहित करें।
3.ॐ श्री गणेशाय नमः
अर्थ: हे श्रीगणेश, आपको नमस्कार है। यह सर्वसामान्य और प्रभावी मंत्र है।
4.गजाननं भूतगणादि सेवितं कपित्थ जम्बूफलचारु भक्षणम्। उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपङ्कजम्॥
अर्थ: जो गजानन हैं, भूतगणों द्वारा पूजित हैं, जामुन व कैथ के फल प्रिय हैं — ऐसे विघ्नहर्ता को मैं नमन करता हूँ।
5.ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्
अर्थ: हम एकदंत को जानें, वक्रतुण्ड का ध्यान करें, वह दंती हमें सद्बुद्धि दें।