ॐ नमो भगवते वासुदेवाय — श्री विष्णु जी का मूल मंत्र

CI@Jyotish25
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उपयोग का समय: इस मंत्र का जाप विष्णु जी की उपासना, एकाग्रता और मानसिक शांति के लिए प्रतिदिन, विशेषकर गुरुवार और एकादशी पर किया जाता है।

मंत्र:
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय

अर्थ:
“मैं भगवान वासुदेव (श्री विष्णु) को नमस्कार करता हूँ।”
यह मंत्र पूर्ण समर्पण का प्रतीक है। यह भक्त और भगवान के बीच आध्यात्मिक संबंध को मजबूत करता है। विष्णु जी के इस मंत्र के उच्चारण से भय, चिंता और सांसारिक बंधनों से मुक्ति मिलती है।

1.ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
अर्थ: मैं वासुदेव स्वरूप भगवान विष्णु को नमस्कार करता हूँ। यह मोक्षदायक और भक्ति जाग्रत करने वाला मंत्र है।

2.ॐ विष्णवे नमः
अर्थ: भगवान विष्णु को नमस्कार। यह संक्षिप्त लेकिन अत्यंत शक्तिशाली नमस्कार मंत्र है।

3.शांताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशम्
अर्थ: जो शांत स्वभाव वाले हैं, शेषनाग पर शयन करते हैं, कमलनाभ हैं और देवताओं के स्वामी हैं — उन्हें मैं प्रणाम करता हूँ।

4.ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्
अर्थ: हम नारायण को जानें, वासुदेव का ध्यान करें, वह विष्णु हमें बुद्धि दें।

5.ॐ श्री विष्णवे नमः
अर्थ: श्रीमान विष्णु को मैं नमन करता हूँ। यह मंत्र सुख-शांति और समृद्धि के लिए उपयोगी है।

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