ॐ हरि ओम प्रिय दर्शकोंयदि आपकी वृषभ राशि या वृषभ लग्न है तो इस वीडियो को बहुत ध्यान से देखिए-समझिएगा क्योंकि इस वीडियो में हम समझने वाले हैं कि मंगल अब आपके जीवन में मंगल करेंगे। कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है-कहा जाए कि राजयोग ही राजयोग बने हुए हैं।
- 🔥 मंगल का राशि परिवर्तनः कब, कहाँ, कैसे?
- 🌟 मंगल से बनने वाले राजयोग
- 🌠 मंगल का नक्षत्र अनुसार प्रभाव
- 🔥 मंगल आपके लिए किस भाव में गोचर करेंगे?
- 🔥 वृषभ राशि के लिए मंगल गोचर के प्रमुख फल
- ⚠️ सावधानी कहाँ रखें?
- 🧘 मंगल को बलवान कैसे करें? – उपाय
- 📜 सबसे महत्वपूर्ण बात
- अपनी कुंडली या उससे संबंधित जानकारी के लिए Ci Jyotish से संपर्क करें
- >> WhatsApp No +91-7304070381
- हमारी सेवाओं में कुंडली विश्लेषण, जन्म कुंडली तैयार करना और परामर्श, रत्न, रुद्राक्ष, मुहूर्त की जानकारी, यंत्र, ऑनलाइन पूजा, और वास्तु, शामिल है
तो इन राजयोगों का क्या प्रभाव होगा? मंगल का क्या प्रभाव होगा? मंगल कब राशि परिवर्तन करेंगे? कई सारी इसमें ग्रह स्थितियां हैं। राजयोग बन रहे हैं और इसमें उपाय करना बहुत जरूरी है… सभी कुछ यहां विस्तार से समझें।
🔥 मंगल का राशि परिवर्तनः कब, कहाँ, कैसे?
7 दिसंबर को रात 8:15 बजे मंगल अपनी स्वयं की राशि वृश्चिक छोड़कर देवगुरु बृहस्पति की मूल त्रिकोण राशि धनु में प्रवेश करेंगे और15 जनवरी रात्रि 28:27 तक धनु में रहेंगे, फिर मकर में चले जाएंगे।पंचांग की भाषा में 28:27 यानी अगली तारीख की सुबह 4:27 माना जाता है।लगभग 1 महीना 8 दिन मंगल धनु में रहेंगे और इस अवधि में कई महत्वपूर्ण योग निर्मित होंगे।
🌟 मंगल से बनने वाले राजयोग
- सूर्य-मंगल सौर योग (15 दिसंबर 14 जनवरी)
- सूर्य के धनु में आगमन से मंगल-सूर्य की युति बनेगी।
- 2 कला योग (20 दिसंबर से)
- शुक्र के धनु में आने से बनता है।
- 3 मैकेनिक योग (29 दिसंबर से)
- बुध के धनु में प्रवेश के बाद यह योग बनेगा।
- 4 द्विग्रही, त्रिग्रही एवं चतुरग्रही योग
- सूर्य + मंगल द्विग्रही
- सूर्य + मंगल + शुक्र त्रिग्रही
- सूर्य + मंगल + शुक्र + बुध चतुरग्रही
🌠 मंगल का नक्षत्र अनुसार प्रभाव
- 7-25 दिसंबर मूल नक्षत्र (केतु)
- यह गोचर श्रेष्ठ नहीं माना जाता।
- 25 दिसंबर-11 जनवरी → पूर्वाषाढ़ा (शुक्र)
- गोचर सामान्य फल देता है।
- 11-15 जनवरी – उत्तराषाढ़ा (सूर्य)
- यह काल अनुकूल रहता है।
🔥 मंगल आपके लिए किस भाव में गोचर करेंगे?
मंगल आपके सप्तमेश हैं और अष्टम भाव से गोचर करेंगे।इससे आपकेः
- धन भाव,
- आय भाव,
- तीसरे भाव,
- तथा जीवनसाथी का भाव सीधे प्रभावित होंगे।
🔥 वृषभ राशि के लिए मंगल गोचर के प्रमुख फल
- अचानक धन लाभ
- जो लोग इंसेंटिव आधारित जॉब, बिज़नेस, ट्रेडिंग या ऐसे कार्य करते हैं जहाँ अचानक लाभ होता है- उन्हें बड़ा फायदा मिलेगा।
- नौकरीपेशा लोगों को भी धन लाभ के योग
- इंक्रीमेंट, बोनस, टारगेट कम्पलीशन का लाभ।
- घर में शुभ समाचार,
- मांगलिक कार्यघर-परिवार में खुशी, समारोह, अच्छी सूचना।
- भाई-बंधुओं से संबंध सुधरेंगे
- पुराने विवाद खत्म होंगे।
- ऊर्जा में वृद्धि –
- एक के बाद एक काम करने काउत्साह
- मंगल से कार्यक्षमता बढ़ेगी।
- सोशल मीडिया, कला , खेल से जुड़े लोगों को लाभ
⚠️ सावधानी कहाँ रखें?
- अधिक खर्च हो सकता है
- यात्रा में सावधानी
- विदेश यात्रा संभव पर सावधानी आवश्यक
- जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ध्यान
- बिज़नेस में समझ-बूझ से कदम
- क्योंकि मंगल 5 नवंबर से ही अस्त हैं
- इसलिए परिणाम कमजोर मिल सकते हैं।
🧘 मंगल को बलवान कैसे करें? – उपाय
1. हनुमत आराधना हनुमान चालीसा सुंदरकांड चोला चढ़ाना हनुमान मंदिर दर्शन हनुमान यंत्र मंगल यंत्र स्थापित करना
2. मंगल मंत्र जप”ॐ भौमाय नमः”मूंगा (लाल मूंगा) की माला से जप
3. रत्नमूंगा (Coral) – सिर्फ व्यक्तिगत कुंडली विश्लेषण के बाद ही धारण करें
4. रुद्राक्ष 3 मुखी रुद्राक्ष 11 मुखी रुद्राक्ष या3 या 11 मुखी रुद्राक्ष की माला धारण कर सकते हैं।
📜 सबसे महत्वपूर्ण बात
अच्छे फल तभी मिलेंगे जब आपकी जन्म कुंडली में मंगल शुभ हों। यदि मंगल पीड़ित हैं तो समस्याएँ होंगी-इसलिए कुंडली अवश्य चेक करवाएँ।
🙏 भगवान की कृपा से, हनुमान जी की कृपा से, मंगल देव की कृपा से आपको शुभ फल प्राप्त हों।कमेंट में लिखिए – 💬 “जय बजरंगबली जय श्री राम”
अपनी कुंडली या उससे संबंधित जानकारी के लिए Ci Jyotish से संपर्क करें
>> WhatsApp No +91-7304070381
हमारी सेवाओं में कुंडली विश्लेषण, जन्म कुंडली तैयार करना और परामर्श, रत्न, रुद्राक्ष, मुहूर्त की जानकारी, यंत्र, ऑनलाइन पूजा, और वास्तु, शामिल है
DISCLAIMER
इस वेबसाइट पर प्रस्तुत सभी जानकारी का उद्देश्य केवल सूचना और मनोरंजन प्रदान करना है।हमारी सामग्री का कुछ हिस्सा सत्य घटनाओं पर आधारित हो सकता है, जबकि कुछ भाग काल्पनिक हो सकता है।हमारा मकसद किसी भी जाति, धर्म, समुदाय, परंपरा या मान्यता को ठेस पहुंचाना नहीं है। वेबसाइट पर साझा किए गए विचार और अनुभव संबंधित व्यक्तियों के निजी विचार हैं।हम इन घटनाओं की पुष्टि नहीं करते और न ही किसी प्रकार के अंधविश्वास या सामाजिक प्रथाओं को बढ़ावा देते हैं। हमारा उद्देश्य केवल ज्योतिष, सनातन धर्म और अन्य धार्मिक विषयों की जानकारी प्रदान करना है, न कि किसी विशेष मान्यता को थोपना वेबसाइट निर्माता बलराम पाण्डेय और टीमइस सामग्री के लिए किसी भी प्रकार की कानूनी, वितीय, या व्यक्तिगत दायित्व की जिम्मेदारी नहीं लेते। हम किसी भी प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष, आकस्मिक, विशेष, या परिणामी क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।हम प्रकृति, प्रत्येक व्यक्ति और जीव-जंतुओं का पूर्ण सम्मान करते हैं और किसी भी प्रकार की हानि पहुंचाने के सख्त खिलाफ हैं। इस वेबसाइट की सामग्री को मानना या न मानना पूरी तरह से आपकी व्यक्तिगत इच्छा पर निर्भर करता है।किसी भी प्रकार के दान, चंदा या आर्थिक लेन-देन के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे। यदि किसी भी प्रकार का ऑनलाइन थोखाधड़ी (फॉड) होता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी आपकी स्वयं की होगी। हमारे वेबसाइट पर मौजूद किसी भी वीडियो या सामग्री की नकल या पुनः उपयोग कॉपीराइट कानूनों के अंतर्गत आता है। ऐसा करने पर आपके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। जागरूक रहें, सतर्क रहें।