प्रिय दर्शकों,। इस लेख में हम जानेंगे कि पौष कृष्ण पक्ष की एकादशी 2025 में कब है, व्रत कब करना है और द्वादशी पारण कब किया जाएगा। पूरी जानकारी जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें।
- सफला एकादशी क्या है?
- 📜 सफला एकादशी 2025 में कब है?
- 🌿 व्रत की तैयारी – तुलसी संग्रह
- 🍎 द्वादशी पारण समय (2025)
- 🛕 सफला एकादशी पूजन विधि
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सफला एकादशी क्या है?
पौष कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी कहा जाता है।नाम से ही स्पष्ट है-यह व्रत मनुष्य की सभी सांसारिक कामनाओं को सफल बनाने वाला माना जाता है।
भगवान विष्णु की विशेष कृपा इस व्रत से प्राप्त होती है।जिसे भी अपने जीवन में सफलता चाहिए, उसे यह व्रत अवश्य करना चाहिए।एकादशी माता और भगवान विष्णु की कृपा से व्यक्ति के जीवन में कल्याण होता है।
📜 सफला एकादशी 2025 में कब है?
- एकादशी प्रारंभः 14 दिसंबर 2025 को शाम 6:50 से
- एकादशी समाप्तः 15 दिसंबर 2025 को रात 9:20 तक
- इसलिए व्रतः 15 दिसंबर 2025, सोमवार को किया जाएगा।
🌿 व्रत की तैयारी – तुलसी संग्रह
दशमी से एकादशी नियमों का पालन शुरू होता है।क्योंकि रविवार को दशमी पड़ेगी, इसलिए –
👉 तुलसी तोड़ने का कार्य 13 दिसंबर (शनिवार) को ही कर लें।
भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी का बड़ा महत्व है, इसलिए तुलसी पहले ही तोड़कर, आवश्यकता अनुसार धोकर उपयोग कर सकते हैं।
🍎 द्वादशी पारण समय (2025)
अगले दिन 16 दिसंबर 2025, मंगलवार को-पारण समयः सुबह 7:07 से 9:11 तकइसी समय सीमा में व्रत का पारण करें।
🛕 सफला एकादशी पूजन विधि
- भगवान विष्णु का स्नान कराएं
- चंदन तिलक लगाएं
- पुष्प, हार और तुलसी अर्पित करें
- उपलब्ध अनुसार भोग लगाएं
- भगवान की कथा पढ़ें
- आरती करें
- रात्रि जागरण का भी महत्व बताया गया है
- निर्जल व्रत संभव हो तो करें, अन्यथा
- जल ग्रहण कर सकते हैं
- या फलाहार के साथ व्रत कर सकते हैं
पौष कृष्ण पक्ष की सफला एकादशी 2025 का व्रत 15 दिसंबर को रखा जाएगा।सभी नियमों का पालन करते हुए भगवान विष्णु का पूजन करने से जीवन में सफलता एवं कृपा प्राप्त होती है। https://tinyurl.com/Surat-Festivals
🙏 अगर आप एकादशी व्रत करते हैं तो इस लेख को दूसरों तक अवश्य पहुँचाएं, ताकि वे भी सही तिथि और विधि जान सकें। हरि ओम।